डॉक्टर ने काटा पेट और सिल दिया, फिर कहा-ग्वालियर ले जाओ




17 Feb.2017 2:25

जिला अस्पताल में गुरुवार को डॉक्टर द्वारा मरीज के साथ अन्याय करने का वाकया सामने आया है। कर्री गांव की 30 वर्षीय एक महिला को बुधवार की शाम जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। महिला की बच्चादानी का ऑपरेशन किया जाना था। 

गुरुवार की सुबह 9 बजे जिला अस्पताल की डॉक्टर महिला को ऑपरेशन करने के लिए ओटी में ले गई। पेट में चीरा लगाने के बाद डॉक्टर ने मरीज महिला का पेट वापस सिल दिया। परिजनों से उसे ग्वालियन ले जाने के लिए कहा। इस बात से परेशन मरीज के परिजनों ने कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई है।जिला अस्पताल में बुधवार की शाम कर्री गांव की नीमा पति विपिन कुमार मिश्रा उम्र 30 वर्ष को बच्चादानी के ऑपरेशन के लिए भर्ती किया गया। गुरुवार को बीमार महिला का ऑपरेशन करने के लिए जिला अस्पताल की महिला डॉ. लता चौरसिया ओटी में ले गई। महिला के पेट में चीरा लगाने के बाद महिला के ससुर कमला प्रसाद मिश्रा को बुलाया और अस्पताल में सुविधाएं न होने का कहते हुए मरीज का पेट वापस टांके लगाकर सिल दिया। इस बात से परेशान महिला के ससुर कमला प्रसाद ने परिजनों के साथ कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर रमेश भंडारी को शिकायत दर्ज कराई है। 

छतरपुर। अस्पताल में भर्ती नीमा मिश्रा। 

सिविल सर्जन बोले- शिकायत नहीं आई है, जांच होगी 

इस मामले में सिविल सर्जन डा. अारपी पांडेय का कहना है कि कुछ गंभीर बीमारियों के ऑपरेशन की सुविधा जिला अस्पताल में नहीं है। इस महिला को भी कोई ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी मिलने पर डाॅक्टर ने ऑपरेशन को बीच में रोक दिया होगा। अब तक महिला के परिजनों की शिकायत उनके पास नहीं आई है। वे मामले की जांच कराएंगे। 

नहीं करना था ऑपरेशन तो पेट में चीरा क्यों लगाया 

कर्री गांव की नीमा के ससुर कमला प्रसाद ने बताया कि जिला अस्पताल की महिला डॉक्टर लता चौरसिया पिछले एक माह से मेरी बहू को देख रही हैं। एक माह में उन्होंने ऑपरेशन की तैयारियों को लेकर एक्सरा, सोनो ग्राफी सहित कई प्रकार की जांचे कराई हैं। इन सब जाचों में उनके 9 हजार 8 सौ रुपए खर्ज हो गए। डॉ. लता चौरसिया ने गुरुवार की सुबह 9 बजे बहू का ऑपरेशन करने के लिए पेट में चीरा लगा दिया। यह कहते हुए बापस सिल दिया कि अस्पताल में इस ऑपरेशन के लिए सुविधाएं नहीं हैं। इसलिए अपने मरील को ग्वालियर ले जाओ। 

ऑपरेशन के नाम पर लिए 8 हजार रुपए 

मरीज के पति विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर को जब प|ि का पेट चीर कर वापस टांके ही लगाने थे। तो रुपए क्यों लिए। उन्होंने बताया कि डॉ. लता चौरसिया के द्वारा बच्चादानी निकालेन के ऑपरेशन के लिए 9 हजार रुपए की मांग की गई थी। बातचीत के बाद उन्होंने 8 हजार रुपए दे दिए। फिर भी उन्होंने प|ि के पेट में चीरा लगाया और वापस सिल दिया। परिवार में 15 साल की बेटी अमृता, 11 साल की दक्षता और 5 साल का बेटा लक्ष्य है। 

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