नई दिल्ली। हर माता-पिता के लिए उनके बच्चे ही जिंदगी का अहम हिस्सा होता है। बच्चों से बढकर उनके के लिए कुछ भी नहीं होता। जब घर में नन्हा मेहमान आता है तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठता है। लेकिन पैस्ले के माता-पिता मॉरिसन-जॉनसन के साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। उनके घर में जब एक बेटी पैदा हुई तो वह दु;खी थे इसलिए नहीं कि उनके घर में एक बेटी पैदा हुई थी, बल्कि इसलिए उनकी बेटी की जीभ काफी बड़ी थी।
जिसकी वजह से उनकी बेटी को भी घुटन सी महसूस होती थी। बच्ची की जीभ को लेकर डॉक्टर भी काफी हौरान थे। डॉक्टरों का मानना है कि 14,000 जन्मे नवजातों में से सिर्फ एक को ऐसी बीमारी का समाना करना पङता है। पैस्ले की मां का कहना था कि उनकी बेटी पर वह जीभ ऐसी दिख रही थी मानों की किसी बड़े व्यक्ति को जीभ उसे लगा दी हो।
उस बच्ची ने कम से कम 3 साल आधा महीना ICU में बिताया था। लेकिन जब पैस्ले 6 महीने की थी तो उसकी पहली सर्जरी सफल रही। जिसके बाद अब वह बाकि बच्चों की तरह खा पी सकती है। यहां तक कि वह अब कुछ शब्दों को बोलने भी लगी हैं। पैस्ले की इस मुस्कुराहट देखकर कोई भी अपना प्यार उसके प्रति शायद ही रोक पाएगा।
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