चमत्कार, शिवलिंग पर अपने-आप ही होता है जलाभिषेक

चमत्कार, शिवलिंग पर अपने-आप
ही होता है जलाभिषेक

देवभूमि भारत ऋषि-मुनियों की तपोभूमि और चमत्कारिक
भूमि है। जब धरती पर देवी-देवता रहते
थे, तो उस काल में उनके निर्देशन में धरती पर ऐसे
स्थानों की खोज की गई
जो धरती के किसी न
किसी रहस्य से जुड़े थे या जिनका संबंध दूर स्थित
तारों से था। इसी के चलते भारत में हजारों चमत्कारिक
मंदिर और स्थान निर्मित हो गए जिनको देखकर आश्चर्य होता है।
हर मंदिर से जुड़ी एक कहानी है
जिसपर लोग आस्था रखते हैं। ऐसा ही एक शिव मंदिर
है जहां शिवलिंग में अपने आप ही होता है
जलाभिषेक।
झारखंड को राम के काल में दंडकारण्य का क्षेत्र कहा जाता था। यह
उस काल में ऋषियों की तपोभूमि था। घने जंगलों से घिरे इस
क्षेत्र में कई ऋषियों के आश्रम थे जहां देवता उनसे मिलने आते
थे। इसी झरखंड के रामगढ़ जिले में एक चमत्कारिक
शिवमंदिर है, जिसके बारें में कहा जाता है कि इसके चमत्कार
को देखकर अंग्रेज काल में अंग्रेजों की आंखें
फटी की फटी रह गई
थी। इस मंदिर की कहानी और
प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली है।

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