असहिष्णुता पर देश के सबसे बड़े उद्योगपति खड़े हुए पीएम मोदी के खिलाफ, कांग्रेस को बताया सही
नई दिल्ली। उद्योगपति रतन टाटा ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की बात का समर्थन करते हुए कहा कि असहिष्णुता एक अभिशाप है, जिसे हम पिछले कुछ दिनों से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं सोचता हूं कि हर व्यक्ति जानता है कि असहिष्णुता कहां से आ रही है। यह क्या है, देश के हजारो लाखों लोगों में से हर कोई असहिष्णुता से मुक्त देश चाहता है।
बता दें कि टाटा से पहले असहिष्णुता के मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने विचार रखे थे। उन्होंने कहा कि देश में आज ‘असहिष्णुता का वातावरण’ है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हर व्यक्ति को यह बताया जा रहा है कि उसे क्या बोलना है, क्या सुनना है, क्या पहनना है और क्या खाना है। उन्होंने कहा कि मतभेदों पर कार्रवाई हमारे समाज और परिवार की प्रगति के खिलाफ है।
सिंधिया की बात का समर्थन करते हुए टाटा ने कहा कि हम ऐसा वातावरण चाहते हैं जहां हम अपने साथियों से प्रेम करें। उन्हें मारे नहीं, उन्हें बंधक नहीं बनायें बल्कि आपस में आदान-प्रदान के साथ सद्भावनापूर्वक माहौल में रहें। रतन टाटा यहां सिंधिया स्कूल के 119 स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे।